
देहरादून, 3 सितंबर 2025 – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में कहा कि हरिद्वार कुंभ मेला 2027 को दिव्य और भव्य रूप में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कुंभ मेला से जुड़े सभी स्थायी निर्माण कार्य अक्टूबर 2026 तक पूर्ण कर लिए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेला क्षेत्र का विकास मास्टर प्लान और विस्तारित क्षेत्र को ध्यान में रखकर किया जाए। मास्टर प्लान में सभी सेक्टर, सड़क मार्ग, पार्किंग स्थल, घाट और टेंट क्षेत्र को स्पष्ट रूप से चिन्हित किया जाए।
घाटों का विस्तार और नई सुविधाओं पर ज़ोर
भीड़ प्रबंधन के लिए नए घाटों के निर्माण, कांगड़ा घाट के विस्तार, और मौजूदा घाटों की मरम्मत का प्रस्ताव रखा गया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि घाटों और गंगा तटों पर 24 घंटे सफाई व्यवस्था, लाइफगार्ड, सुरक्षा रस्सी और मोटर बोट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
गंगा कॉरिडोर और बायपास निर्माण को मिली प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने हरिद्वार गंगा कॉरिडोर को कुंभ मेला की दृष्टि से प्राथमिकता पर पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही बहादराबाद-श्यामपुर बायपास को शीघ्र पूर्ण करने पर भी ज़ोर दिया। श्यामपुर, गैंडीखाता और चंडीघाट क्षेत्र में विशेष टेंट लगाने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक योजना
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पार्किंग स्थल दूर होने पर शटल सेवा की व्यवस्था पर विचार।
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मनसा देवी और चंडी देवी पैदल मार्ग का सुदृढ़ीकरण।
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कुंभ क्षेत्र में ठोस कूड़ा प्रबंधन, कूड़ादान, रीसाइक्लिंग सिस्टम और मोबाइल टॉयलेट की समुचित व्यवस्था।
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महिला श्रद्धालुओं के लिए पिंक टॉयलेट और चेंजिंग रूम बनाए जाएंगे।
स्वास्थ्य सेवाएं रहेंगी मेला क्षेत्र में उपलब्ध
श्रद्धालुओं की चिकित्सा जरूरतों को देखते हुए अस्थायी अस्पताल, एम्बुलेंस, और मोबाइल मेडिकल यूनिट्स की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार कुंभ मेला 2027 को एक संपूर्ण सांस्कृतिक, धार्मिक और व्यवस्थागत आयोजन के रूप में पेश करने के लिए सभी विभागों को मिलकर समन्वय में कार्य करना होगा।