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देहरादून में बीजेपी का प्रदर्शन बवाल में तब्दील, कांग्रेस-बीजेपी कार्यकर्ता आमने-सामने

देहरादून, 1 सितंबर – बिहार में एक चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई कथित अभद्र टिप्पणी के विरोध में आज देहरादून में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नारेबाजी से टकराव की नौबत आ गई और पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा।

एश्ले हॉल चौक पर बीजेपी का प्रदर्शन

बीजेपी कार्यकर्ता सुबह से ही प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ नारे लगाते हुए एश्ले हॉल चौक पर जुटे थे। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने एश्ले हॉल और कनक चौक पर बैरिकेडिंग लगा रखी थी। हालांकि, कुछ भाजपा कार्यकर्ता बैरिकेडिंग पार कर कांग्रेस भवन की ओर बढ़ गए।

दोनों पक्षों के बीच तीखी नारेबाज़ी

कांग्रेस भवन के बाहर मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकते हुए “वोट चोर गद्दी छोड़ो” जैसे नारे लगाए। जवाब में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी “राहुल गांधी चोर है” जैसे नारे लगाकर माहौल को और गर्मा दिया। देखते ही देखते दोनों पक्षों में तीखी बहस, धक्का-मुक्की और गहमागहमी शुरू हो गई।

पुलिस ने संभाली स्थिति

बढ़ते तनाव को देखते हुए मौके पर मौजूद पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया और स्थिति को नियंत्रण में लिया। ट्रैफिक भी कुछ देर के लिए प्रभावित रहा। पुलिस का कहना है कि हालात बेकाबू होने से पहले ही सभी को सुरक्षित तरीके से हटाया गया।

बीजेपी ने लगाए गंभीर आरोप

उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष और भाजपा नेता शादाब शम्स ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठी-डंडों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा:

“हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमला किया। हमें उम्मीद थी कि कांग्रेस पार्टी माफी मांगेगी, लेकिन उन्होंने जवाब में हिंसा का रास्ता चुना।”

कांग्रेस ने किया आरोपों का खंडन

कांग्रेस ने भाजपा के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा:

“प्रधानमंत्री मोदी की माताजी के प्रति कांग्रेस पूरी श्रद्धा रखती है। लेकिन बीजेपी ‘टूलकिट’ राजनीति कर रही है। बिहार में मंच से कौन बोला, उसकी जांच होनी चाहिए। लेकिन बीजेपी देहरादून को पटना बनाने की कोशिश कर रही है।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता अपने दफ्तर में शांतिपूर्वक खड़े थे, और भाजपा कार्यकर्ताओं ने दफ्तर में घुसने की कोशिश की।

क्या है बिहार रैली विवाद?

गौरतलब है कि बिहार की एक चुनावी रैली में कथित तौर पर प्रधानमंत्री मोदी पर अभद्र टिप्पणी की गई थी, जिसके बाद बीजेपी देशभर में प्रदर्शन कर रही है। हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी मंच छोड़कर जा चुके थे और बाद में किसी और ने वह टिप्पणी की, जिसकी जांच पुलिस कर रही है। इस मामले में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप जारी

देहरादून में हुए इस प्रदर्शन ने उत्तराखंड की राजनीति को गर्मा दिया है। जहां भाजपा इसे नारी सम्मान और प्रधानमंत्री के अपमान का मामला बता रही है, वहीं कांग्रेस इसे “बीजेपी की राजनीतिक नौटंकी” करार दे रही है।

स्थिति पर नजर बनाए हुए है प्रशासन

फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन पुलिस और प्रशासन की नजर अब भी कांग्रेस और बीजेपी कार्यालयों पर बनी हुई है। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

देहरादून में हुई इस झड़प ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि राजनीतिक विरोध कब सड़कों की हिंसा में बदल जाता है? क्या लोकतंत्र में नारेबाजी और टकराव ही रास्ता है? जवाब अब सियासी दलों को देना होगा।

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