
- नर्सिंग अधिकारियों में रोष, NHM संगठन पर उचित प्रतिनिधित्व न देने का आरोप
देहरादून।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत कार्यरत नर्सिंग अधिकारियों ने संगठन के रवैये के प्रति नाराजगी जाहिर की है। जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात नर्सिंग अधिकारियों की आज एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी ने मिलकर अपनी समस्याओं और संगठनात्मक उपेक्षा पर खुलकर चर्चा की।
बैठक में नर्सिंग अधिकारियों ने NHM संगठन पर यह आरोप लगाया कि वर्षों से जुड़े रहने के बावजूद संगठन ने कभी भी उनकी समस्याओं को न तो शासन स्तर पर उठाया और न ही उनके समाधान के लिए कोई प्रभावी कदम उठाया गया। साथ ही यह भी कहा गया कि संगठन में नर्सिंग अधिकारियों को कभी भी उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया।
इस स्थिति से आहत होकर बैठक में मौजूद सभी नर्सिंग अधिकारियों ने भविष्य में NHM संगठन के बैनर तले अपनी मांगों को उठाने की बजाय एक अलग नर्सिंग संगठन के गठन का समर्थन किया और सामूहिक रूप से अपनी सहमति जताई।
बैठक में यह भी कहा गया कि NHM संगठन के भीतर लंबे समय से नर्सिंग अधिकारियों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है। नर्सिंग अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि अब वे अपने अधिकारों और मांगों को लेकर एकजुट होकर संघर्ष करेंगे।
नर्सिंग अधिकारियों द्वारा प्रमुख मांगें
समान कार्य के लिए समान वेतन
नियमितीकरण की प्रक्रिया जल्द शुरू हो
पिछले तीन माह से लंबित वेतन का एकमुश्त भुगतान किया जाए
बैठक में नर्सिंग ऑफिसर मेघा मधवाल, मोनिका शर्मा, हरि प्रसाद जोशी, मंजीत, राहुल सक्सेना, अंकित गुसाईं, अभिषेक सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।