दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र ने बच्चों, माता-पिता और दादा-दादी के लिए कहानी लेखन प्रतियोगिता शुरू

दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र ने बच्चों, माता-पिता और दादा-दादी के लिए कहानी लेखन प्रतियोगिता शुरू की
देहरादून, 24 मई 2025 – दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र ने आज एक अनूठी कहानी लेखन प्रतियोगिता का उद्घाटन किया, जिसमें 18 बच्चों और उनके अभिभावकों ने भाग लिया। लाइब्रेरी के बच्चों के अनुभाग में आयोजित इस कार्यक्रम ने कहानी कहने की शाश्वत खुशी का जश्न मनाने के लिए जीवन के सभी क्षेत्रों से उभरते लेखकों को एक साथ लाया।

अलग-अलग उम्र और क्षमताओं के बच्चे अपने माता-पिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बैठे, हाथ से लिखने की रचनात्मक प्रक्रिया में शामिल हुए – एक ऐसा अनुभव जिसे कई प्रतिभागियों ने आनंददायक और गहराई से सार्थक दोनों पाया।
भाग लेने वाले अभिभावकों में से एक श्री मनोज सक्सेना ने कहा, “कागज पर पेन या पेंसिल से लिखना धीरे-धीरे एक खोई हुई कला बनता जा रहा है।” “यह केवल शब्दों को व्यक्त करने के बारे में नहीं है, यह डिजिटल दुनिया के सामान्य विकर्षणों के बिना अपनी कल्पना और विचारों का सामना करने के बारे में है। इस तरह लिखने से आपको खुद से गहरे स्तर पर जुड़ने में मदद मिलती है।”
कहानी लेखन प्रतियोगिता शनिवार, 31 मई 2025 और फिर शनिवार, 7 जून 2025 को जारी रहेगी। अंतिम सत्र में न केवल बच्चे और माता-पिता, बल्कि दादा-दादी और बड़े भाई-बहन भी शामिल होंगे, जिसमें पीढ़ियों में रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए पुस्तकालय की प्रतिबद्धता पर जोर दिया जाएगा।
दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र शहर भर के परिवारों को इस समृद्ध अनुभव में भाग लेने और कहानियों की स्थायी शक्ति का जश्न मनाने के लिए आमंत्रित करता है।