इनोवा कार हादसे में युवक को समय पर अस्पताल पहुँचाने वाले युवक को पुलिस कप्तान ने किया सम्मानित

देहरादून- को झंझोरने वाले इनोवा-कंटेनर हादसे में इनोवा में सवार सात युवाओं में से जीवित बचा एक मात्र युवक फिलहाल अस्पताल में अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहा है। इस भीषण हादसे में जहां छह युवक-युवतियां मारे गए, वहीं घायल अवस्था में पड़ा वह युवक जिंदा बचा है, क्योंकि हादसे के बाद घटनास्थल के पास मौजूद एक जागरूक युवक ने उसे समय रहते पुलिस की मदद से सिनर्जी अस्पताल पहुँचाया। पुलिस कप्तान अजय सिंह ने आज उस युवक से मुलाकात की और उसे “गुड सेमेरिटन स्मृति चिन्ह” से सम्मानित किया, इस महान कार्य के लिए जो उसने मानवता को जीवित रखने के लिए किया।
गौरतलब है कि 12 नवंबर की तड़के सुबह ओएनजीसी के पास हुए इनोवा और कंटेनर के टकराव हादसे में एकलौते जीवित बचे घायल युवक, सिद्धेश अग्रवाल को घटनास्थल के पास मौजूद दीपक पांडेय, जो टीएचडीसी कालोनी, फेस-1, देहराखास, देहरादून के निवासी हैं और मूल रूप से लखनऊ के निवासी हैं, ने समय रहते पुलिस की मदद से सिनर्जी अस्पताल पहुँचाया था। दीपक पांडेय की त्वरित कार्रवाई की वजह से ही घायल युवक के जीवित बचने की संभावना बनी रही।
इस मानवीय प्रयास को सराहते हुए पुलिस कप्तान अजय सिंह ने आज दीपक पांडेय से अपने कार्यालय में मुलाकात की और उन्हें “गुड सेमेरिटन स्कीम” के तहत स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर अजय सिंह ने घटना की जानकारी ली और दीपक की तत्परता की सराहना करते हुए उन्हें मानवता की दिशा में एक अहम कदम उठाने के लिए बधाई दी।
दीपक पांडेय ने पुलिस कप्तान अजय सिंह से वार्ता के दौरान बताया कि वह क्रिटिकल केयर यूनिफाइड कंपनी में केयर मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं, जो होम केयर सर्विस प्रदान करती है। दीपक ने यह भी बताया कि दुर्घटना के समय वह गढ़ी से मैक्स हॉस्पिटल की ओर जा रहे थे। जब उन्होंने हादसे के स्थल पर पहुंचकर वाहन में पड़े युवाओं की नब्ज जांची, तो पाया कि उनमें से एक युवक की नब्ज चल रही थी। तत्काल उन्होंने पुलिस की सहायता से उस घायल युवक को सिनर्जी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया, जिससे उसकी जान बच सकी। दीपक पांडेय की यह त्वरित और साहसिक कार्रवाई सचमुच सराहनीय रही, जिसने एक जीवन को बचाने में अहम भूमिका निभाई।